
नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करने वाले हैं एक ऐसे विषय पर जो हमारी माताओं और बहनों से सीधा जुड़ा है — “Bihar Mahila Rozgar Yojana 2025” और उससे जुड़ी आधार कार्ड से होने वाली धोखाधड़ी (Fraud) के बारे में।
सरकार का मकसद बहुत साफ है — गरीब महिलाओं को आर्थिक मदद देना, उन्हें स्वावलंबी (self-dependent) बनाना, और सरकारी योजनाओं का पैसा सीधे उनके बैंक खाते में भेजना (DBT – Direct Benefit Transfer)।
लेकिन अफसोस की बात यह है कि बीच में कुछ धोखेबाज लोग (fraud CSP operators) इन भोलीभाली महिलाओं के पैसों पर हाथ साफ कर रहे हैं।
आइए, इस पूरे मामले को बहुत आसान भाषा में समझते हैं — ताकि कोई भी महिला कभी धोखा न खाए।
Table of Contents
कहानी समझिए – जब भरोसे का फायदा उठाया गया
गांव की चाची अपने सरकारी योजना का पैसा चेक करने के लिए नज़दीकी CSP केंद्र (Customer Service Point) पर जाती हैं। वो आधार कार्ड देती हैं, और मशीन पर अंगूठा लगाती हैं।
CSP वाला स्क्रीन में कुछ देखता है और कहता है –
“अभी पैसा नहीं आया चाची, कल या परसों आ जाएगा।”
लेकिन असलियत यह होती है कि पैसा उनके खाते में आ चुका होता है, और जैसे ही चाची ने अंगूठा लगाया, उस संचालक ने उनका पैसा निकाल लिया। वो बेचारी घर चली जाती हैं यह सोचकर कि सरकार ने पैसा नहीं भेजा। लेकिन उनका ₹10,000 उसी वक्त किसी और के जेब में चला गया।
Bihar Mahila Rozgar Yojana 2025– पैसा आखिर जाता कहां है?
अब यह समझिए कि सरकार जब पैसा भेजती है तो वो किसी एक बैंक खाते में जाता है — वह खाता वही होता है जो आपके आधार कार्ड से लिंक है।
इस लिंकिंग को कहा जाता है NPCI Mapping (National Payments Corporation of India Mapper)। यानि, अगर आपके पास दो बैंक अकाउंट हैं –
- एक नया, जो आप इस्तेमाल करती हैं,
- और एक पुराना, जो आधार से जुड़ा हुआ है,
तो सरकार का पैसा पुराने वाले अकाउंट में चला जाएगा।
अब CSP वाला जब आपका आधार नंबर डालता है और आपसे अंगूठा लगवाता है, तो वह उसी पुराने खाते से पैसा निकाल सकता है। और आपको झूठ बोल देता है कि “पैसा नहीं आया।”
अब धोखे से बचने के 5 पक्के उपाय
यह 5 बातें अगर आप याद रख लें, तो कोई भी आपकी मेहनत की कमाई नहीं लूट सकता
1. पहले Balance Check करें
जब भी CSP पर जाएं, तो पहले सिर्फ Balance Enquiry करवाएं।
और उसकी रसीद (receipt) जरूर मांगें।
अगर वो कहे – “कागज खत्म है” या “मशीन खराब है” —
तो transaction मत करें।
Receipt ही आपका सबूत है।
2. बार-बार अंगूठा मत लगाएं
अगर एक बार में transaction नहीं होता,
तो बिना कारण दोबारा अंगूठा मत लगाएं।
कई बार उसी में पैसा निकल जाता है।
3. बोलकर confirm करें
जब पैसा निकालें, तो जोर से बोलें —
“मैं ₹10,000 निकाल रही हूं।”
ताकि आसपास के लोग सुन लें और गवाह बनें।
4. SMS Alert चालू करवाएं
अपने बैंक में जाकर बोलें —
“मुझे अपने खाते पर SMS अलर्ट चाहिए ”
ताकि जब भी पैसा आए या निकले,
आपके मोबाइल पर तुरंत message आ जाए।
5. हर transaction की रसीद रखें
रसीद को हमेशा संभालकर रखें।
अगर बाद में कोई विवाद होता है,
तो वही आपका सबसे बड़ा सबूत होता है।
अगर धोखा हो गया तो क्या करें?
अगर आपको शक है कि आपके पैसे निकल गए हैं, तो CSP वाले से बहस में समय बर्बाद मत करें। सीधे अपने बैंक की मुख्य ब्रांच जाएं और ये काम करें
1. Bank Statement निकलवाएं (पासबुक एंट्री नहीं)।
2. Statement में देखें –
- Credit Column – जहाँ सरकारी पैसा जमा हुआ है।
- Debit Column – जहाँ “AEPS Transaction” लिखा हो।
अगर उसी दिन ₹10,000 डेबिट हुआ है, तो समझिए किसी ने आपके अंगूठे से पैसा निकाल लिया।
3. लिखित शिकायत दें बैंक मैनेजर को।
4. अगर कार्रवाई नहीं होती, तो Banking Lokpal में शिकायत करें।
घर बैठे खुद जांच करें – कौन-सा बैंक खाता लिंक है?
आप घर बैठे जान सकते हैं कि आपका कौन सा बैंक अकाउंट आधार से जुड़ा है।
Step by Step Guide –
- Google पर सर्च करें “NPCI Official Website”
- वहां जाएं – [https://www.npci.org.in]
- ऊपर Consumers Section पर क्लिक करें।
- अब चुनें – “Bharat Aadhaar Seeding Enabler (BASE)”
- यहां क्लिक करें – “Aadhaar Map Status”
- अपना Aadhaar Number और Captcha Code डालें।
- आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर OTP आएगा, उसे डालें।
- अब आपको दिखेगा कि आपका कौन सा बैंक आधार से लिंक है।
अगर पुराना बैंक दिखे, तो नज़दीकी बैंक शाखा में जाकर उसे De-link या Update करवाएं।
Important Tips – ध्यान में रखें
- कभी भी CSP वाले को अपना OTP मत बताएं।
- किसी भी अनजान कॉल या मेसेज पर भरोसा मत करें।
- सरकारी योजना का पैसा सिर्फ आपके बैंक खाते में ही आएगा, किसी वेबसाइट या लिंक पर नहीं।
- किसी भी transaction की video या photo proof रख सकते हैं अगर शक हो।
सरकार का मकसद अच्छा है, पर जागरूक रहना जरूरी है
सरकार ने DBT सिस्टम इसलिए शुरू किया ताकि बिचौलियों और भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सके। लेकिन कुछ चालाक लोग इस सिस्टम का भी गलत फायदा उठा रहे हैं। इसलिए अब वक्त है कि हम सब जागरूक (aware) बनें। अपने हक का पैसा खुद संभालें। और दूसरों को भी जानकारी दें।
अंत में एक बात दिल से…
यह Article किसी CSP संचालक को बदनाम करने के लिए नहीं है। हजारों लोग ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं।
लेकिन कुछ काली भेड़ें (black sheep) हैं, जो हमारे समाज की भोलीभाली महिलाओं का फायदा उठा रही हैं।
अगर आपको लगता है कि यह जानकारी किसी की मदद कर सकती है,
तो इसे share जरूर करें – अपने WhatsApp groups, Facebook, या गांव के लोगों के साथ।
एक छोटी सी जागरूकता, किसी गरीब परिवार के ₹10,000 बचा सकती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
- सरकार का पैसा आपके आधार-लिंक बैंक खाते में आता है।
- हर महिला को यह पता होना चाहिए कि उसका पैसा कहां जा रहा है।
- Receipt, SMS, और Statement — यही आपकी सुरक्षा की तीन चाबियाँ हैं।
- अगर धोखा हुआ है, तो चुप मत रहें — शिकायत जरूर करें।
Stay Alert, Stay Aware, Stay Safe! जागरूक बनिए, अपने हक की रक्षा कीजिए।
Bihar Mahila Rozgar Yojana 2025 – FAQS
अगर किसी ने मेरे नाम से पैसा निकाल लिया तो क्या करें?
अपनी नजदीकी बैंक शाखा या ब्लॉक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराएं और अपने आधार लिंक्ड बैंक खाते की जानकारी चेक करें।
इस योजना से जुड़ी फर्जीवाड़े से कैसे बचें?
किसी अज्ञात व्यक्ति को OTP या बैंक डिटेल्स न दें।
केवल सरकारी वेबसाइट या अधिकृत पोर्टल पर ही आवेदन करें।
सशल मीडिया पर झूठे लिंक या फर्जी कॉल से सावधान रहें।
मेरा आधार किसी और बैंक से लिंक हो गया है, अब क्या करें?
अगर आपका पैसा किसी और खाते में जा रहा है, तो तुरंत बैंक जाकर Aadhaar seeding update form भरें और कहें –
“मेरा NPCI Mapper सही खाते में लिंक करें।” इससे आपका DBT वाला पैसा सही खाते में आएगा।
अगर मेरे खाते से पैसा निकल गया और मुझे पता ही नहीं चला, तो कैसे पता करें?
अपने बैंक में जाकर Mini Statement या Passbook Entry करवाओ।
साथ ही NPCI Aadhaar Mapper Check करो – https://npci.org.in पर।
अगर किसी और बैंक से लिंक है, तो वहीं पैसा जा रहा होगा।
आवेदन किया था लेकिन अब तक पैसा नहीं आया, क्या करें?
अपने ब्लॉक या पंचायत के CSC केंद्र में जाकर चेक करो कि तुम्हारा आवेदन “Approved” हुआ है या नहीं। कई बार बैंक खाता आधार से लिंक न होने के कारण पैसा अटक जाता है।
अगर योजना के नाम पर कोई पैसे मांग रहा है तो क्या करें?
योजना पूरी तरह से मुफ्त है। कोई भी अगर “फॉर्म भरवाने के पैसे” या “पास कराने का चार्ज” मांगे तो सीधे ब्लॉक ऑफिस या जिला अधिकारी से शिकायत करें।
क्या मैं खुद ऑनलाइन चेक कर सकती हूँ कि पैसा आया या नहीं?
हाँ, बिल्कुल।
1 https://pfms.nic.in पर जाओ
2 “Know Your Payment” पर क्लिक करो
3 बैंक खाता या आधार डालकर चेक करो कि DBT का पैसा आया या नहीं।





